Anjali Ke Lal Tumko Mera Pranam Bhajan
अंजनी के लाल तुमको मेरा प्रणाम भजन
अंजनी के लाल तुमको,
मेरा प्रणाम हो,
शत शत प्रणाम,
कोटि कोटि प्रणाम हो,
अँजनी के लाल तुमको,
मेरा प्रणाम हो।।
रूद्र रूप में तुम हो शंकर,
अति रणबाकुर रूप भयंकर,
रूद्र रूप में तुम हो शंकर,
अति रणबाकुर रूप भयंकर,
कनक भूधरा तन को प्रणाम हो,
अँजनी के लाल तुमको,
मेरा प्रणाम हो।।
सत योजन किया सागर पारा,
तुम्हरे बल को नहीं सुमारा,
सत योजन किया सागर पारा,
तुम्हरे बल को नहीं सुमारा,
तुम तो प्रभु अतुलित बलधाम हो,
अँजनी के लाल तुमको,
मेरा प्रणाम हो।।
अक्षय मार वाटिका उजारि,
सोने की लंका पल में है जारी,
अक्षय मार वाटिका उजारि,
सोने की लंका पल में है जारी,
दुष्ट दलन तुम वीर हनुमान हो,
अँजनी के लाल तुमको,
मेरा प्रणाम हो।।
अंजनी के लाल तुमको,
मेरा प्रणाम हो,
शत शत प्रणाम,
कोटि कोटि प्रणाम हो,
अँजनी के लाल तुमको,
मेरा प्रणाम हो।।
हम उम्मीद करते हैं की आपको यह भजन ‘अंजनी के लाल तुमको मेरा प्रणाम भजन Anjali Ke Lal Tumko Mera Pranam Bhajan‘ पसंद आया होगा। इस प्रकार के हनुमान जी के भजन पढ़ने और सुनने के लिए पधारे। इस भजन के बारे में आपके क्या विचार हैं हमें कमेंट करके जरूर बताये।
आध्यात्मिक प्रसंग, लिरिक्स भजन, लिरिक्स आरतिया, व्रत और त्योहारों की कथाएँ, भगवान की स्तुति, लिरिक्स स्त्रोतम, पौराणिक कथाएँ, लोक कथाएँ आदि पढ़ने और सुनने के लिए HindiKathaBhajan.com पर जरूर पधारे। धन्यवाद