Surya Dev Amritvaani Lyrics
Amritvaani Lyrics
Surya Dev Amritvaani Lyrics in Hindi
सूर्य देव का नाम जप,रख मन भक्ति भाव
सरल सुलभ हो मार्ग सब, जब हो इनका प्रभाव
नमस्कार से भागते, दम्भ और अभिमान
दुनियाँ तुझको नमन करे, देके मान सम्मान
सूर्य जी प्रभात में,मंगल फल है देत
साधक के तिमिर सभी, पल में वो हर लेत
जीवन में आदित्य जी, समृद्धि भर देत
जीवन नदिया आग की, उस पर ये है सेत
जय जय सूर्य भगवान्
जय जय सूर्य भगवान
सबसे पहले जो इन्हें, जल करता अर्पण
उसके धुले सब पाप और निर्मल होत मन
चढ़ा के जल आदित्य पे, अपना माथा टेक
तेरे भाग्य की सदा, बदल जायेगी रेख
सबसे पहले अर्चना, आपकी हितकारी
जीवन राहों की बाधा, मिट जाएं सारी
प्रथम पूजनीय आप हो, प्रथम दर्शनीय आप
मंगल करता दुःख हरता,सुख करता हो आप
जय जय सूर्य भगवान्
जय जय सूर्य भगवान
श्रद्धा है यदि जाप में, तब पूरण सब काज
है विश्वाश से हर्षाते, आदित्य महाराज
सूर्य देव के तीन रूप, सुबह दोपहर शाम
जनहित में तत्पर रहे, दयालु आठों याम
सूर्य देव की महिमा से, शुभ मंगल बरसे
शुभ शुभ चारों ओर हो, सूर्य देव हर्षें
अँधियारा अज्ञान है, उजियारा है ज्ञान
ज्ञानी बनके हो यहाँ, रस्सी साँप का भान
जय जय सूर्य भगवान्
जय जय सूर्य भगवान
तू समस्त ब्रह्माण्ड को रौशन करते हो
बुद्धिहीन मेंज्ञान का प्रकाश भरते हो
साथ घोड़ों के रथ की करते असवारी
सप्त रंगी है प्रभु, लीला जग न्यारी
ज्ञान बाँटते रहते हैं देव जी आठों याम
अज्ञानी चतुर हुआ, जपा जो तेरा नाम
आपके तेज़ की आभा जो, हमकों मिल जाएँ
अंधियारे के भ्रम सभी, एक पल में मिट जाएँ
जय जय सूर्य भगवान्
जय जय सूर्य भगवान
बालक को ये बुद्धि का, ऐसा देते वरदान
शिक्षा प्राप्त करके वो, बन जाता विद्धवान
इनके तेज से बालक में, बुद्धि का विकास
पढ़ लिख कर माँ बाप की, पुरण करता आस
सूर्य देव की महिमा से, पथ पर बढ़ता जाए
शिक्षा में उसको कभी, बाधा नहीं सताए
बालक जब युवा बनें, अच्छी सोच को पाय
वर सूरज भगवान् का, उन्नति पथ है दिखाय
जय जय सूर्य भगवान्
जय जय सूर्य भगवान
तरुणी को प्रभु सुंदरता, तेज़ करे प्रदान
शुभ विचार मन में भरे, ऐसा देते हैं ज्ञान
तेज़ बुद्धि का दीप भी, जब रौशन हो जाए
समझदारी से काम कर, बिगड़े काम बनाय
सूर्य देव की कृपा से, बिगड़े सब बात
जीवन साथी मिले यहाँ, जीवन भर दे साथ
वृद्धों की निर्बलता को हर लेते भगवान
निर्धन को पल में प्रभु, बना देते धनवान
जय जय सूर्य भगवान्
जय जय सूर्य भगवान
व्यापरी को लाभ का, देते प्रभु वरदान
निर्धन को लेकर शरण, कर देते धनवान
सेवा में रत सेवक की, पल में तरक्की होय
विमुख जो इनसे हो जाता, जीवन भर वो रोय
बांझों को संतान का, तुमसे है वर मिलता
जिससे सूने घर उनके, कुल का पुष्प खिलता
सूर्य देव की कृपा से, रोज़गार मिल जाए
कंगाली में भी हे प्रभु, समृद्धि आ जाए
जय जय सूर्य भगवान्
जय जय सूर्य भगवान
वैभवता को सूर्य देव, तुम पूर्ण करते हो
तुम सब कलह लड़ाई को, दूर करते हो
सत्य मार्ग पर झूठों को, तुम्हीं चलाते हो
अपने वचनों को प्रभु, ख़ूब निभाते हो
जो भटके हैं राह से तुम, राह दिखाते हो
भूलने वाले को जीवन का हेत बताते हो
बेईमानों को सबक ऐसा सिखाते हो
सच्चाई की राह पर, उसे चलाते हो
जय जय सूर्य भगवान्
जय जय सूर्य भगवान
इनकी पूजा में कभी करो ना कोई विलम्ब
मन से त्याग दो अभिमान, दिल से त्यागों दम्भ
सूर्य देव का तेज़ जो, किसी को मिल जाए
काली रात दुखों की कभी, उसको ना सताए
वंदन श्रद्धा भाव से फल दायक हो जाए
सूर्य भक्त के पास में, विपदा कभी ना आए
सूर्य की पूजा से सदा, शुभ मिलता वरदान
उसके बिगड़े काज बनें, जो करता आह्वान
जय जय सूर्य भगवान्
जय जय सूर्य भगवान
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