Shri Krishna Janmashtami 2024
Shri Krishna Janmashtami 2024:- जन्माष्टमी हिंदू धर्म का एक महत्वपूर्ण त्योहार है, जो भगवान श्रीकृष्ण के जन्मदिन के रूप में मनाया जाता है। श्री कृष्ण को भगवान विष्णु का आठवां अवतार माना जाता है। आइए जानते है इस वर्ष श्रीकृष्ण जन्माष्टमी कब है?
भगवान श्रीकृष्ण की जन्मकथा:- द्वापर में जब कंस का अत्याचार बहुत बढ़ गया, तब उसके अत्याचारों से पीड़ित जनता को मुक्ति दिलाने के लिए भगवान श्रीकृष्ण का मथुरा में जन्म हुआ था। पिता वसुदेव और माता देवकी की आठवीं संतान के रूप में भगवान श्रीकृष्ण ने अवतार लिया, इसके बाद योगमाया की कृपा से श्रीकृष्ण को रात में मथुरा से वृंदावन नंद बाबा के यहां लाया गया, वृंदावन में उन्होंने 0 से 7 वर्ष तक अनेक लीलाएं की और कंस के बहुत सारे राक्षसों को मारा और वृंदावन वासियों को आनंदित किया।
इसके बाद भगवान श्री कृष्ण ने वापस मथुरा आकर दुष्ट कंस का वध किया और पीड़ित जनता को उसके अत्याचारों से मुक्ति दिलाई। भगवान श्रीकृष्ण ने पांडवों को महाभारत युद्ध में भी विजय दिलाई थी। भगवान श्रीकृष्ण ने महाभारत युद्ध के बीच में “भगवद्गीता” का उपदेश दिया जो आज हमे अपने जीवन को सही दिशा में ले जाने वाला महत्वपूर्ण ग्रंथ है। भगवान श्रीकृष्ण ने अपनी लीलाओं और उपदेशों से पूरे संसार को ज्ञान और धर्म का मार्ग दिखाया।
जन्माष्टमी की तिथि:- मान्यता है की प्रत्येक वर्ष भाद्रपद मास की कृष्ण पक्ष की अष्टमी को श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का त्योहार मनाया जाता है। इस साल 2024 में जन्माष्टमी का उत्सव 26 अगस्त को मनाया जाएगा। श्रीकृष्ण का जन्म अष्टमी तिथि को मध्यरात्रि के समय हुआ था, इसलिए इस दिन का विशेष महत्व है।
जन्माष्टमी तिथि का महत्व:- श्रीकृष्ण का जन्म ऐसे समय पर हुआ था जब धर्म संकट में था। उनका अवतार धर्म की पुनर्स्थापना और अधर्म के विनाश के लिए हुआ था। इसलिए यह तिथि धार्मिक और आध्यात्मिक दृष्टिकोण से अत्यधिक महत्वपूर्ण मानी जाती है।
मथुरा और वृंदावन में जन्माष्टमी कब मनाई जाती है:- श्री कृष्ण की जन्मभूमि मथुरा और वृंदावन में जन्माष्टमी 26 अगस्त को मनाई जाएगी। इस दिन मथुरा और वृंदावन के सभी मंदिरों में भगवान श्रीकृष्ण के दर्शन को लेकर भक्तो की बहुत भीड़ लगी रहती है।
जन्माष्टमी शुभ मुहूर्त और पूजन समय
कृष्ण जन्माष्टमी | 26 अगस्त सुबह 3:40 से 27 अगस्त 2024 सुबह 2:20 तक |
श्री कृष्ण के अभिषेक का समय | सुबह 12:05 से 12:55 तक 27 अगस्त |
व्रत का समय | 27 अगस्त दोपहर 3:58 से 27 अगस्त सुबह 12:44 तक |
रोहिणी नक्षत्र | 26 अगस्त दोपहर 3:55 से 27 अगस्त दोपहर 3:38 तक |
दही हांडी | 27 अगस्त |
Shri Krishna Janmashtami पूजन विधि:-
- सबसे पहले भगवान श्रीकृष्ण की मूर्ति को पंचामृत से स्नान करवाना चाहिए।
- इसके बाद उन्हें नए वस्त्र पहनाएं और फूल, माला, धूप, दीपक, और नैवेद्य आदि अर्पित करना चाहिए।
- भजन-कीर्तन का आयोजन कर भगवान श्रीकृष्ण का गुणगान करना चाहिए और उनकी बाल रूप की लीलाओं का स्मरण करना चाहिए।
Shri Krishna Janmashtami का व्रत कैसे करें:-
Shri Krishna Janmashtami व्रत का महत्व:- जन्माष्टमी के दिन पूजा करने के अलावा व्रत रखने का भी विशेष महत्व है। इस दिन सभी भक्तों को निराहार रहकर व्रत करना चाहिए और भगवान श्रीकृष्ण की पूजा करनी चाहिए। जन्माष्टमी के व्रत से एक दिन पहले से ही तामसिक भोजन जैसे लहसुन, प्याज आदि का त्याग कर देना चाहिए और सात्विक भोजन करने के पश्चात ब्रह्मचर्य का पालन करना चाहिए। यह व्रत आत्मा की शुद्धि और भगवान के प्रति समर्पण का प्रतीक है। कहते हैं कि जन्माष्टमी का व्रत रखने से व्यक्ति को मोक्ष की प्राप्ति होती है।
Shri Krishna Janmashtami व्रत की विधि:- इस दिन सुबह जल्दी ब्रह्म मुहूर्त में उठकर स्नान करके भगवान श्रीकृष्ण के सामने व्रत का संकल्प लें। दिनभर फलाहार और जलाहार से व्रत करना चाहिए और रात को 12 बजे पूजा करने के बाद प्रसाद ग्रहण करना चाहिए। व्रत के दौरान केवल फल, दूध, और अन्य सात्विक भोजन का ही का सेवन करना चाहिए। भगवान का ध्यान करते रहना चाहिए और उनका नाम जप करना चाहिए।
Shri Krishna Janmashtami का उत्सव:-
मथुरा और वृंदावन की जन्माष्टमी:- मथुरा और वृंदावन में जन्माष्टमी का उत्सव विशेष तौर पर बड़े धूमधाम से मनाते है। मथुरा जो भगवान श्रीकृष्ण की जन्मस्थली है, वहाँ इस दिन विशेष पूजा, झांकियां और रासलीला का आयोजन होता है। वृंदावन में भी श्रीकृष्ण के बाल रूप की झांकियां सजाई जाती हैं और श्रद्धालु उनकी लीलाओं का आनंद लेते हैं।
देशभर में जन्माष्टमी का उत्सव:- देश के अन्य हिस्सों में भी जन्माष्टमी धूमधाम से मनाई जाती है। मंदिरों में विशेष आरती, झांकियां, और सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित होते हैं। मुंबई में दही-हांडी का उत्सव बहुत प्रसिद्ध है, जहाँ युवा लड़के गोविंदा की टोली दही की मटकी फोड़ने का कार्यक्रम करते हैं।
श्रीकृष्ण जन्माष्टमी की शुभकामनाएं:- जन्माष्टमी के इस पावन अवसर पर आप सभी को हार्दिक शुभकामनाएं! भगवान श्रीकृष्ण की कृपा आप सभी पर निरंतर बनी रहे और आपका जीवन सुख, शांति और समृद्धि से भरा रहे।
श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के उत्सव को भक्ति और उल्लास के साथ मनाएं और भगवान श्रीकृष्ण के आदर्शों को अपने जीवन में अपनाएं और प्रेम, करुणा और धर्म के मार्ग पर चलने का संकल्प लें।
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